नागपंचमी 2024: क्या आप जानते हैं सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि? जानें धार्मिक दृष्टिकोण से क्या करें और क्या न करें
नई दिल्ली: नागपंचमी का त्योहार इस साल 9 अगस्त को मनाया जाएगा। यह त्योहार श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को आता है और इस दिन नागदेवता की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन को लेकर विभिन्न धार्मिक मान्यताएं हैं। इनके अनुसार नागदेवता की पूजा से धन की वृद्धि होती है और सर्पदंश का भय दूर होता है।
नागपंचमी की सही तिथि और शुभ मुहूर्त
– तिथि: नागपंचमी 9 अगस्त को मनाई जाएगी।
– पंचमी तिथि का आरंभ: 8 अगस्त को मध्यरात्रि 12 बजकर 37 मिनट से।
– पंचमी तिथि का समापन: 9 अगस्त को रात 3 बजकर 15 मिनट तक।
पूजा का शुभ मुहूर्त:
– सुबह का मुहूर्त: 9 अगस्त को सुबह 5 बजकर 47 मिनट से 8 बजकर 27 मिनट तक।
– दोपहर का मुहूर्त:12 बजकर 13 मिनट से 1 बजे तक।
– प्रदोष काल का मुहूर्त: शाम 6 बजकर 33 मिनट से रात 8 बजकर 20 मिनट तक।
नागपंचमी पर शुभ योग:
इस साल नागपंचमी पर हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग में शिव वास योग, साध्य योग, और सिद्ध योग बन रहे हैं। इन योगों में भगवान शिव की पूजा करने से आपकी प्रार्थना शीघ्र स्वीकार होती है और पूजा का शुभ फल प्राप्त होता है।
नागपंचमी पर क्या करें और क्या न करें
करने योग्य:
– नागदेवता की पूजा : नागदेवता को दूध और लावा चढ़ाना शुभ माना जाता है। यदि दूध चढ़ाना संभव न हो, तो किसी शांत और एकांत स्थान पर जाकर कटोरी में दूध और लावा रखें।
– रुद्राभिषेक : इस दिन घर में या मंदिर में रुद्राभिषेक करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
– भैरव मंदिर में पूजा: भैरव मंदिर जाकर पूजा अर्चना करें और कच्चा दूध अर्पित करें।
न करने योग्य:
– सांप की हत्या : नागपंचमी पर किसी सांप की हत्या न करें। यदि सांप दिख जाए, तो उसे दूर से प्रणाम करके अपना रास्ता बदल लें और सांप को परेशान न करें।
नाग पंचमी पर इन बातों का रखें ध्यान
नागपंचमी पर इन विशेष बातों का ध्यान रख कर आप इस पावन अवसर का पूरा लाभ उठा सकते हैं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि को ला सकते हैं।