अखबारों में अक्सर यह खबर पढ़ने को मिलती है कि नीट परीक्षा में मुन्ना भाई पकड़े गए, जहाँ स्टूडेंट्स की जगह कोई और परीक्षा दे रहा था। लेकिन अब नीट परीक्षा में भ्रष्टाचार का लेवल इस हद तक पहुंच गया है कि पूरे सेंटर ही मैनेज हो रहे हैं। यह आरोप लाखों परीक्षार्थी और उनके अभिभावक लगा रहे हैं।
हरियाणा के एक सेंटर पर 720 में 720 अंक पाने वाले 6 विद्यार्थी
हरियाणा के एक ही सेंटर पर 6 परीक्षार्थियों को 720 में 720 अंक मिलने की खबर ने शक पैदा कर दिया है। क्या सभी जीनियस एक ही परीक्षा केंद्र पर एग्जाम दे रहे थे? यह सवाल एनटीए को उठाना चाहिए। इस बार नीट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि 67 विद्यार्थियों ने 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं।
वायरल पीडीएफ और टॉपर्स के सीरियल नंबर
सोशल मीडिया पर एक पीडीएफ वायरल हो रही है जिसमें टॉपर लिस्ट के सीरियल नंबर एक जैसे हैं और इनमें किसी भी स्टूडेंट का सरनेम नहीं है। यह सभी हरियाणा के किसी एक सेंटर के ही अभ्यर्थी हैं। इससे सेंटर को मैनेज करने के आरोप और मजबूत हो रहे हैं।
718 और 719 अंक कैसे संभव?
विद्यार्थियों और अभिभावकों ने सवाल उठाया है कि नीट की परीक्षा में 718 और 719 अंक कैसे संभव हैं। हर सवाल चार नंबर का होता है और निगेटिव मार्किंग भी होती है। एक सवाल गलत होने पर एक अंक कटता है। तो 718 या 719 अंक कैसे मिल सकते हैं?
एनटीए की सफाई
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इन आरोपों पर सफाई दी है कि कई परीक्षार्थियों ने न्यायालय की शरण ली थी क्योंकि उन्हें अन्य स्टूडेंट्स की तुलना में कम वक्त मिला था। उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय के आधार पर इन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए, जिसके कारण उन्हें 718 और 719 अंक मिले।
नीट रिजल्ट विवाद
नीट 2024 यूजी रिजल्ट जारी होने के बाद से ही विद्यार्थियों और अभिभावकों में एनटीए की कार्यप्रणाली को लेकर रोष है। सोशल मीडिया पर नए सिरे से परीक्षा लेने की मांग की जा रही है।
पेपर लीक और गिरफ्तारी
5 मई को हुई परीक्षा के दौरान बिहार और दिल्ली में नीट यूजी पेपर लीक होने की खबर आई थी। कई सॉल्वर और अन्य लोग गिरफ्तार भी हुए थे। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और इसकी सुनवाई जुलाई में होगी।
पिछले वर्षों में नीट का कटऑफ
2020: 147
2021: 138
2022: 117
2023: 137
2024: 164