NEET में कम नंबर आने पर मत हों निराश, जानें कॅरियर चमकाने वाले 10 Option
नई दिल्ली : नीट-यूजी में अगर आपके नंबर कम आएं तो निराश होने की जरूरत नहीं है। आपके साथ कई अन्य ऑप्शन हैं जहां आप अपना कॅरियर चमका सकते हैं। हम आपको ऐसे ऑप्शन के बारे में बता रहे हैं जिनको अपना कर नीट-यूजी में कम नंबर के बाद भी आप डॉक्टर बन सकते हैं और मेडिकल लाइन में अपना कॅरियर संवार सकते हैं। क्योंकि, प्रतियोगी परीक्षा में कम नंबर आने पर आपको भले ही एमबीबीएस में प्रवेश पाने में दिक्कत हो मगर, अन्य कई कोर्सेज में जाकर कॅरियर को बनाया जा सकता है।
इन कोर्स में ले सकते हैं एडमिशन
अगर आपको एमबीबीएएस या बीडीएस में एडमिशन नहीं मिल रहा है तो बीएससी नर्सिंग और बी फार्मा जैसे मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेकर अपना कॅरियर बना सकते हैं। इकसे अलावा, हेल्थकेयर के कई सेक्टर में अपना कॅरियर बना सकते हैं। इसमें मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी, ऑप्टोमेट्री, मेडिकल रिकार्ड साइंस, ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स भी कर सकते हैं।
दोबारा दे सकते हैं नीट-यूजी का एग्जाम
अगर आप ने नीट-यूजी की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है तो निराश मत हों। आप इस परीक्षा को दोबारा अगले साल दे सकते हैं और अपनी स्कोर सुधार सकते हैं। नए सिरे से मेहनत कर आप अपना स्कोर सुधारने के बाद नीट-यूजी में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। सफलता प्राप्त करने के बाद आसानी से आपको एमबीबीएस में एडमिशन मिल जाएगा। बस इसके लिए आपको अच्छी तरह से तैयारी करनी होगी। एक बार परीक्षा देने की वजह से आपको इसके बारे में काफी जानकारी मिल लाएगी। एग्जाम पैटर्न से भी आप बखूबी वाकिफ हो जाएंगे।
विदेश में भी कर सकते हैं मेडिकल की पढ़ाई
विदेशों में भी मेडिकल की पढ़ाई होती है। आप विदेश के किसी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई कर सकते हैं। भारत के छात्र अमेरिका, यूके, रूस समेत ईरान, बांग्लादेश आदि देशों में भी मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। विदेश में मेडिकल की पढ़ाई सस्ती मानी जा रही है। विदेश में पढ़ाई के लिए आपको वहां की भाषा सीखने की जरूरत पड़ सकती है। साथ ही वहां के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए पात्रता का मापदंड क्या है। इसके बारे में भी जानकारी ले लें। इसके लिए मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट से पूरा विवरण हासिल किया जा सकता है।
ड्राप लेकर बना सकते हैं रणनीति
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप यह नहीं तय कर पा रहे हैं कि आगे क्या किया जाए तो एक साल आप ड्राप कर सकते हैं। इस दौरान आप इंटर्नशिप, वॉलंटियर या पार्ट टाइम जॉब कर नए अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान आप अपनी क्षमता और रुचि का आकलन कर सकेंगे। इसके बाद इस हिसाब से हालात देखने के बाद आगे अपने कॅरियर की रणनीति तैयार कर सकते हैं।