PGT शिक्षकों की भर्ती पर भाजपा के नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल, बोले-बोलने वाला मूक बधिर श्रेणी में बन गया टीचर
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटा था। अब पीजीटी शिक्षकों की भर्ती पर भी सवाल उठ गया है। भाजपा के विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने एक्स पर एक वीडियो शेयर कर बताया है कि झारखंड में मूक बधिर भी बोलता है। उन्होंने इस ट्वीट में कहा है कि योगेंद्र कुमार नामक जिस पीजीटी शिक्षक को नियुक्ति पत्र मिला है, उसे मूक बधिर श्रेणी में नौकरी मिली है। उन्होंने जानकारी दी है कि इस मूक बधिर टीचर का एक ऑडियो वायरल है जिसमें वह एक अन्य महिला पीजीटी टीचर से बात कर रहा है और कह रहा है कि उसे मूक बधिर श्रेणी में ही नौकरी मिली है। विभाग की अंतिम सूची में भी योगेंद्र का नाम है। हालांकि, आडियो में बोलने वाला व्यक्ति अपना नाम योगेंद्र ही बता रहे हैं। लेकिन, फर्जीवाड़ा के सवाल का सीधा जवाब नहीं दे रहा है। बस यही कह रहा है कि मैम आप क्या बोलना चाह रहे हैं। इसके अलावा, वह कुछ और जवाब नहीं दे रहा है। जब भी उससे फर्जीवाड़ा से संबंधित सवाल पूछता है तो वह यही बताता है कि आप बोलना क्या चाह रहे हैं।
चयन प्रक्रिया पर उठे सवाल
पीजीटी शिक्षक चयन प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। इसमें धांधली के सुबूत भी सामने आने लगे हैं। कहा जा रहा है कि इस मामले की जांच कराई जानी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि जो भी बातें सामने आ रही हैं उनमें कहां तक सच्चाई है। जांच एजेंसियों को इस ऑडियो की जांच करानी होगी। इसमें बोलने वाले लोग कौन है। साथ ही जो आरोप लगाए गए हैं उसकी भी जांच करानी होगी। तभी दूध का दूध और पानी का पानी होगा।
सीएम ने 24 उम्मीदवारों को अपने हाथ से बांटे थे नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को एक समारोह में 24 पीजीटी शिक्षकों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र वितरित किए हैं। इस समारोह में 1500 पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं।
क्या है चयन प्रक्रिया
पीजीटी शिक्षक चयन प्रक्रिया झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने पूरी की थी। इसके लिए कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा ली गई। परीक्षा के लिए आयोग ने सतवत इंफोटेक कंपनी को हायर किया था। इस कंपनी ने ही रिटेन एग्जाम के बाद सफल उम्मीदवारों की सूची झारखंड कर्मचारी आयोग को दी थी। इसी सूची के आधार पर झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने शिक्षा विभाग को दिया और फिर पीजीटी शिक्षक नियुक्त किए गए।
कई उम्मीदवारों ने लगाए थे आरोप
उम्मीदवारों ने पीजीटी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगाए हैं। आयोग की तरफ से जो फाइनल लिस्ट जारी हुई है उसे उम्मीदवार सवालों के घेरे में रखे हुए हैं। बोकारो के एक परीक्षा केंद्र श्रेया डिजिटल से 513 उम्मीदवार सफल हुए हैं। रांची के फ्यूचर ब्राइट और शिवा इंफोटेक सेंटर से भी क्रमश: 254 और 279 छात्र सफल हुए हैं। एक सेंटर से इतने छात्रों के सफल होने की वजह से भर्ती प्रक्रिया पर संदेह जताया जा रहा है। जिस कंपनी सतवत ने यह परीक्षा संपन्न कराई वह पहले ही सीजीएल परीक्षा में ब्लैक लिस्टेड हो चुकी है।