उत्तर प्रदेश के संभल शहर में डीएम राजेंद्र पैंसिया ने शरीफपुर गांव के प्राइमरी स्कूल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने देखा कि प्राइमरी टीचर प्रियम गोयल मोबाइल पर कैंडी क्रश खेलते हुए रंगे हाथ पकड़े गए। डीएम जब वहां पहुंचे तो मास्टर प्रियम गोयल बच्चों को पढ़ाने के बजाय मोबाइल पर गेम खेलने में लगे थे। मास्टर ने मोबाइल पर कैंडी क्रश खेला, फोन पर बात की, फेसबुक पर गए, यूट्यूब देखा और बहुत कुछ किया। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने मास्टर प्रियम गोयल को सस्पेंड कर दिया और उनसे लापरवाही पर जवाब भी तलब किया गया है।
टीचर प्रियम गोयल ने फोन पर क्या-क्या किया
- कैंडी क्रश खेला: 1.17 घंटा
- फोन पर बात की: 26 मिनट
- गूगल क्रोम पर रहे: 11 मिनट
- यूट्यूब देखा: 6 मिनट
- फेसबुक पर रहे: 17 मिनट
- एक्शन डैश: 6 मिनट
- रीड अलांग ऐप: 3 मिनट
- इंस्टाग्राम: 5 मिनट
- दीक्षा ऐप: 6 मिनट
डीएम ने टीचर को लगाई फटकार
डीएम जब स्कूल पहुंचे तो मास्टर प्रियम गोयल मोबाइल में लगे थे। डीएम ने उनका मोबाइल ले लिया और इसकी हिस्ट्री देखी। डीएम ने टीचर प्रियम गोयल को जमकर फटकार लगाई। बाद में उनके आदेश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने टीचर को सस्पेंड कर दिया। इस संबंध में लेटर जारी कर दिया गया है। लेटर में सस्पेंशन का कारण बताते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने टीचर के मोबाइल की हिस्ट्री का विवरण भी डाला है।
टीचर्स की जांची गई कापियों में मिली गलतियां
डीएम ने बताया कि टीचर्स की जांची हुई कापियों में काफी गलतियां मिली हैं। पहले टीचर की चेक की गई कापी में 9, दूसरे टीचर की कापी में 23, तीसरे टीचर की कापी में 11 और चौथे टीचर की कापी में 21 गलतियां थीं। डीएम ने कहा कि टीचर अगर बच्चों की गलतियों को दरकिनार कर कापी जांचेंगे तो यह स्टूडेंट के साथ खिलवाड़ है।
टीचर ने अटेंडेंस दिखाने में की आनाकानी
डीएम ने बताया कि उन्होंने जब टीचर प्रियम गोयल से स्टूडेंट के अटेंडेंस दिखाने को कहा तो वह आनाकानी करने लगे। इसके बाद उनका मोबाइल चेक किया गया तो वह कैंडी क्रश सागा गेम खेल रहे थे। इसके बाद डीएम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा को जानकारी दी और टीचर प्रियम गोयल पर कार्रवाई की गई।
101 छात्रों में से महज 47 आए थे
डीएम ने निरीक्षण में पाया कि प्राइमरी स्कूल में 101 छात्रों का नाम लिखा हुआ है। इनमें से महज 47 छात्र ही स्कूल में आए थे। स्कूल में पांच शिक्षक और दो शिक्षा मित्र हैं। मुआयने के समय सारा स्टाफ मौजूद था। डीएम ने रसोई से लेकर क्लास रूम तक चेक किया और प्रिंसिपल के रजिस्टर को भी देखा। बच्चों से भी फीडबैक लिया।