देश का एक और बैंक हो गया दिवालिया, जानें रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने ऐसा क्या किया कि मच गया हड़कंप
लखनऊ: देश का एक और बैंक दिवालिया हो गया है। बैंक के पास अपने जमा कर्ताओं को उनकी रकम वापस करने के लिए पर्याप्त राशि नहीं है। यह बैंक आगे नहीं चल सकता। इसलिए रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआई) ने बैंक का लाइसेंस रद कर दिया है। बैंक के दिवालिया होने की जानकारी मिलने के बाद जमाकर्ताओं में हड़कंप मच गया है। जमाकर्ता परेशान हैं कि उनकी रकम मिलेगी या नहीं। जमाकर्ता बैंक के चक्कर काटने लगे हैं। लेकिन, उन्हें कोई कुछ जानकारी देने वाला नहीं है।
वित्तीय स्थिति गड़बड़ होने के चलते लटके ताले
आरबीआई ने जिस बैंक का लाइसेंस रद्द किया है। उसका नाम बनारस मर्केंटाइल सहकारी बैंक है। इस बैंक की वित्तीय स्थिति काफी गड़बड़ हो गई है। इसी के चलते इसका लाइसेंस रद्द किया गया है। लाइसेंस रद्द होने के बाद बैंक ने काम करना बंद कर दिया है और बैंक की शाखाओं पर ताले पड़ गए हैं। उत्तर प्रदेश के सहकारिता आयुक्त और सहकारी समितियां रजिस्ट्रार से रिजर्व बैंक ने पहले ही बैंक को बंद करने का अनुरोध कर दिया था। रिजर्व बैंक का कहना है कि बैंक द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार 99.98 प्रतिशत जमाकर्ता जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम से अपनी पूरी जमा राशि प्राप्त करने के हकदार हैं। प्रत्येक जमाकर्ता अभियान गारंटी निगम से अपनी जमा राशि पर 5 लाख रुपए तक की जमा बीमा दावा राशि प्राप्त कर सकेंगे।
अब और कारोबार नहीं कर सकता बैंक
आरबीआई ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यह बैंक अब और कारोबार नहीं कर सकता। बैंक के पास ना तो पर्याप्त जमा पूंजी है और ना ही कमाई की संभावनाएं हैं। इसकी वित्तीय स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि बैंक अपने जमाकर्ताओं को पूर्ण भुगतान करने में असमर्थ है। ऋण गारंटी निगम ने कहा है कि 30 अप्रैल तक बैंक ने संबंधित जमा कर्ताओं से प्राप्त इच्छा के आधार पर अधिनियम के प्रावधान के तहत कुल जमा राशि में से 4.25 करोड रुपए का भुगतान कर दिया था।