नई दिल्ली: इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 7 सितंबर शनिवार को मनाया जाएगा। भगवान गणेश प्रथम पूज्य माने जाते हैं। हर मंगल कार्य से पहले उनकी पूजा की जाती है ताकि वो कार्य किसी भी बाधा विपत्ति के बगैर पूरा हो जाए। ये पर्व महाराष्ट्र के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। वे इसे काफी धूम धाम से मनाते हैं। महाराष्ट्र में इस पर्व के दौरान स्कूल में कम एक महीने की छुट्टी भी मिलती है।
आइए जानते हैं क्यों ये पर्व 10 दिनों तक मनाया जाता है
– पौराणिक कथाओं के अनुसार, ऐसी मान्यता है कि भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को बप्पा का जन्म हुआ था। इस दिन को गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाने लगा।
– 10 दिनों तक गणेश उत्सव मनाने का यह कारण है कि वेद व्यास जी ने भगवान गणेश से महाभारत ग्रंथ लिखने के लिए याचना की थी, जिसके लिए उन्होंने 10 दिनों तक बिना रुके महाभारत लिखी थी।
– जब वेदव्यास जी को ज्ञात हुआ, तो गणेश जी का तापमान बहुत बड़ा हुआ था। जिसके कारण दसवें दिन उन्हें नदी में स्नान करवाया। तभी से गणेश चुर्थी उत्सव की शुरुआत हुई।
– गणेश चतुर्थी के उत्सव को 10 दिनों तक मनाया जाता है। अनंत चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के मूर्ति का विर्सजन किया जाता है।
– भगवान गणेश के मूर्ति को एक दिन और डेढ़ दिन से लेकर तीन, पांच, सात और दस दिनों तक घर में विराजित कर सकते हैं। इन सभी दिनों तक बप्पा को विराजित करने का बहुत अच्छा फल मिलता है।