राजस्थान में वाइस प्रिंसिपल के 36 पद खाली, सैलरी इतनी मिलेगी कि आप सोच भी नहीं सकते
जयपुर : राजस्थान में वाइस प्रिंसिपल कम सुपरिंटेंडेंट आइटीआइ के 36 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इन पदों के लिए आवेदन की आखिरी तारीख आठ अगस्त है। इन पदों पर जिन उम्मीदवारों का चयन होगा उन्हें पे मैट्रिक्स लेवल एल-14 ग्रेड पे 5400 मिलेगा। इन पदों के लिए आवेदन करने वालों की न्यूनतम उम्र एक जनवरी साल 2025 को 20 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष होनी चाहिए। इन पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया 10 जुलाई से शुरू कर दी जाएगी। इच्छुक उम्मीदवार आठ अगस्त को रात 12 बजे तक अपना आवेदन भर सकेंगे। आवेदन करने के लिए आवेदकों को राजस्थान लोकसेवा आयोग की आफिशियल वेबसाइट (rpsc.rajasthan.gov.in) पर जाना होगा।
उम्मीदवारों की ये होनी चाहिए योग्यता
राजस्थान में वाइस प्रिंसिपल कम सुपरिंटेंडेंट के पोस्ट के लिए आवेदन करने वालों की योग्यता निर्धारित कर दी गई है। आवेदक को अपनी उपाधि के मुताबिक सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन आदि में से जिस विषय में परीक्ष देना चाहते हैं उसे चुन सकते हैं। इस पोस्ट पर उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा। जरूरत होने पर आयोग अन्य मूल्यांकन भी इसमें जोड़ देगा।
600 रुपये लगेगी आवेदन की फीस
इस पोस्ट के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क भी देना होगा। आवेदन के साथ ही 600 रुपये का आवेदन शुल्क लगेगा। ये आवेदन शुल्क सामान्य वर्ग और क्रीमी लेयर के उम्मीदवारों के लिए रखा गया है। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए ये फीस 400 रुपये निर्धारित की गई है। अगर आप इन पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो तैयारी कर लीजिए। अपने दस्तावेज तैयार कर लें। राजस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन का लिंक आते ही इस पोस्ट के लिए अप्लाई कर दें।
अजमेर है राजस्थान लोकसेवा आयोग का मुख्यालय
राजस्थान लोकसेवा आयोग की स्थापना 1949 में हुई थी। इसका मुख्यालय अजमेर की घूगरा घाटी में है। आयोग में आठ सदस्य हैं। राजस्थान सरकार में सिविल सेवा नौकरियों में नियुक्ति के लिए आवेदकों की योग्यता और आरक्षण के अनुसार चयन करता है। साल 1923 में ली आयोग ने केंद्र में एक केंद्रीय लोकसेवा आयोग की सिफारिश की थी। लेकिन, आयोग ने राज्यों के लिए लोकसेवा आयोग की सिफारिश नहीं की थी। ये प्रांतीय सरकारों के विवेक पर छोड़ दिया गया था कि वह अपने राज्यों की भर्तियों को किस प्रकार करें। रियासतों के एकीकरण के बाद जब राजस्थान वजूद में आया तो 20 अगस्त 1949 के नोटिफिकेशन के आधार पर राजस्थान लोकसेवा आयोग बना। तब राजस्थान लोकसेवा आयोग में एक अध्यक्ष और दो सदस्य थे। बाद में इसमें बढोतरी की गई। वर्तमान में राजस्थान लोकसेवा आयोग के सदस्यों की संख्या बढ़ कर सात हो गई है। राजस्थान लोकसेवा आयोग राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा के अलावा, राजस्थान पुलिस सेवा, राजस्थान लेखा सेवा, सहकारी सेवा, राजस्थान कारागार सेवा, राजस्थान योजना सेवा, राजस्थान पर्यटन सेवा, राजस्थान ग्रामीण विकास सेवा समेत अन्य सेवाओं की परीक्षा कराता है।