हजारीबाग: हजारीबाग में नीट पेपर लीक मामले में एक नई और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सीबीआई ने हजारीबाग के कटकमदाग क्षेत्र में स्थित एक सील गेस्ट हाउस में साक्ष्यों से छेड़छाड़ की कोशिश की जानकारी दी है। सीबीआई की जांच के दौरान, गेस्ट हाउस में लोगों के आने-जाने के सबूत मिले, जबकि इसे पहले ही सील कर दिया गया था।
गेस्ट हाउस में घुसने और छेड़छाड़ की कोशिश की घटना का खुलासा तब हुआ जब स्थानीय दुकानदार ने पाया कि गेस्ट हाउस से जुड़े शटर और प्लाइवुड टूटे हुए थे। दुकानदार ने यह भी बताया कि गल्ले से 20-25 हजार रुपये की चोरी की गई थी। सीबीआई की जांच में गेस्ट हाउस के फर्स्ट फ्लोर पर एसी की खिड़की खुली मिली, जिससे यह संकेत मिला कि लोग यहीं से भीतर घुसे।
जांच के दौरान सीबीआई ने गेस्ट हाउस के भीतर कई दस्तावेज और सामान बिखरे हुए पाए। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि गेस्ट हाउस में साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश की गई थी। छानबीन में कई ताले खोले गए, जिनमें से एक गोपाल कंपनी का ताला था। गेस्ट हाउस के संचालक को भी गिरफ्तार किया गया है, और इस मामले में पहले ही ओवेसिस स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और एक पत्रकार को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस घटनाक्रम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं: नीट पेपर लीक मामले में ऐसा कौन सा महत्वपूर्ण सबूत था जिसे मिटाने की कोशिश की गई? गेस्ट हाउस में साक्ष्यों की सुरक्षा को लेकर इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? सीबीआई अब इन सवालों के जवाब तलाश रही है और पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।